कोविड-19–अक्सर पूछे जाने वाले सवाल औरउनके जवाब
COVID-19 Advice &Updates (Hindi)
कम्यूनिटी की ओर से और वनजैन और इसके मेंबर ऑर्गेनाइजेशन्स द्वारा लिए गए वेबिनार में अक्सर पूछे जाने वाले सवालों के जवाब के रुप में नीचे दिए गए सवाल और जवाब तैयार किए गए हैं। ज़्यादा जानकारी और अन्य उपयोगी वेबलिंक के लिए www.onejainuk.org/covid इस वेबसाइट पर जाएँ।
कृपया यह ध्यान में रखें कि सभी जवाब केवल जानकारी के मकसद से दिए जा रहे हैं और यह प्रोफेशनल मेडिकल एडवाइस की जगह नहीं ले सकते। जानकारी सही और अपडेट की गई हो यह पक्का करने की सभी कोशिशें की गई हैं, लेकिन कोविड-19 से जुड़ा डाटा लगातार तेज़ी से बदल रहा है और इसलिए इसकी गांरटी नहीं दी जा सकती। 7 जनवरी 2021 को जैन हेल्थ इनिशिएटिव टीम के द्वारा इस जानकारी को आखिरी बार रिव्यू और अपडेट किया गया।
यदि आपको कोई परेशानी या सवाल है, खासकर उन लोगों के लिए जो पहले से मौजूद बीमारियों के कारण कोविड-19 वैक्सीन के बारे में चिंतित हैं, तो कृपया आपके डॉक्टर (जीपी यानि जनरल प्रैक्टीशनर) जैसे एक हेल्थकेयर प्रोफेशनल से सलाह लें।
मुझे कैसे पता चलेगा कि वैक्सीन लेने की अब मेरी बारी है?
जब आपका नंबर आएगा तो एनएचएस की ओर से आपको कॉन्टैक्ट कर अपॉइंटमेंट बुक करने के लिए बुलाया जाएगा। आपके डॉक्टर (जीपी प्रैक्टीस) की ओर से आपको फोन कॉल आ सकता है, लेकिन ईमेल, टेक्स्ट मैसेज या एक लेटर के ज़रिए भी आपको कॉन्टैक्ट किया जा सकता है। इसलिए थोड़ा ध्यान रखना बेहतर होगा ताकि यह पक्का किया जा सके कि आप तक मैसेज पहुँचे (उदाहरण के लिए यदि आपके पास मोबाइल फोन है लेकिन आप आम तौरपर टेक्स्ट मैसेज का इस्तेमाल नहीं करते)।
यदि आपके कॉन्टैक्ट डिटेल्स में हाल ही बदलाव हुआ हो, तो यह निश्चित करने का अभी सबसे अच्छा समय है कि आपके जीपी प्रैक्टिस के पास सबसे ज़्यादा अपडेट की गई जानकारी हो। आपके डॉक्टर (जीपी प्रैक्टीस) केफोन लाइनों पर ज़्यादा बोझ डालने से बचने के लिए इसे जीपी वेबसाइट, ऐप या ई-मेल के ज़रिए अपडेट करने की कोशिश करें।
कृपया सब्र रखें और एनएचएस द्वारा कॉन्टैक्ट किए जाने का इंतज़ार करें- जब आपकी बारी आएगी तो वे आपको जानकारी देंगे।
ज़्यादा जानकारी के लिए कृपया इन वेब पेज पर जाएँ: https://www.nhs.uk/conditions/coronavirus-covid-19/coronavirus-vaccination/coronavirus-vaccine/
https://www.ageuk.org.uk/information-advice/coronavirus/coronavirus-guidance/coronavirus-vaccine/)
वैक्सीन कहाँ लगाए जा रहे है?
इनमें से किसी एक जगह वैक्सीनेशन किया जाएगा:
- एक हॉस्पिटल में
- कम्यूनिटी में– जीपी और फार्मासिस्ट के ज़रिए
- ख़ास तौर पर नियुक्त वैक्सीनेशन सेंटर में
यदि आप वैक्सीन के लिए ट्रैवल (सफर) नहीं कर सकते तो भी आपको कॉन्टैक्ट किया जाना चाहिए। जो लोग घरों से बाहर नहीं निकल पा रहे हैं उनके लिए एनएचएस खास इंतज़ाम (स्पेशल अरेंजमेंट) पर काम कर रही है।
Please see these web pages for further information:https://www.nhs.uk/conditions/coronavirus-covid-19/coronavirus-vaccination/coronavirus-vaccine/
क्या वैक्सीन की सिफारिश उन लोगों के लिए की गई है जिन्हें लम्बे समय से कोई बीमारी है
हाँ, जिन एडल्ट्स (वयस्कों) को नीचे दी गई कोई भी बीमारी है उन्हें एक्टिवली (सक्रीय रुप से) वैक्सीन पेश की जा रही है क्योंकि ऐसे लोगों को कोविड-19 से ज़्यादा खतरा हो सकता है:
ब्लड कैंसर (जैसे ल्यूकीमिया, लिम्फोमा या माइलोमा)
डायबिटीज़
डिमेन्शिया (स्मृतिभ्रंश)
दिल की बीमारी
छाती की तकलीफ या ब्रोन्कायटिस, एम्फायसेमा (फेफड़ों में अवरोध/वातस्फीति) या गंभीर अस्थमा सहित साँस लेने में तकलीफ
किडनी की बीमारी
लीवर की बीमारी
बीमारी या इलाज के कारण इम्यूनिटी में कमी (जैसे एचआईवी इन्फेक्शन, स्टेरॉइड दवाइयाँ, कीमोथेरेपी या रेडियोथेरेपी)
रुमेटॉइड अर्थ्राइटिस, ल्युपस या सोरायसिस
कोई ऑर्गन ट्रान्स्प्लांट (अंग प्रत्यारोपण) कराया हो
स्ट्रोक या ट्रान्ज़िएंट इस्कैमिक अटैक (टीआईए) हुआ हो
न्यूरोलॉजिकल या मसल वेस्टिंग कंडीशन
एक गंभीर या प्रोफाउंड लर्निंग डिसएबिलिटी (अति गंभीर सीखने की विकलांगता)
स्प्लीन में समस्या, उदाहरण सिकल सेल बीमारी या शरीर से स्प्लीन निकाल दिया गया हो
गंभीर रुप से ओवरवेट / वज़न ज़्यादा हो (40 या उससे ज़्यादा बीएमआई)
गंभीर रुप से मानसिक बीमारी
क्लिनिकली वल्नरेबल ग्रुप में आनेवाले सभी लोग कोविड-19 वैक्सीन लेने के लिए एलिजिबल (पात्र) हैं। आपकी गंभीरता की स्थिति पर निर्भर है कि आपको पहले फेज़ में वैक्सीन पेश की जाती है या नहीं। क्या आप एलिजिबल हैं इस पर आपका जीपी सलाह दे सकेगा और पहले से मौजूद मेडिकल कंडीशन और वैक्सीन लेने से जुड़े सवालों के जवाब दे सकेगा।
ज़्यादा जानकारी के लिए कृपया इस वेब पेज को देखें:
https://www.gov.uk/government/publications/covid-19-vaccination-guide-for-older-adults
क्या यह उन लोगों के लिए ज़रुरी है जिन्हें इससे पहले कोविड-19 इन्फेक्शन हुआ था?
हाँ, जिन लोगों को कोविड-19 इन्फेक्शन हुआ था उन्हें भी यह वैक्सीन लेने की सिफारिश की गई है। इसका कारण है कोविड-19 के साथ जुड़े सेहत के गंभीर खतरे और यह सच्चाई की कोविड-19 का इन्फेक्शन दोबारा हो सकता है, हालाँकि अब तक रिपोर्ट किए गए रेट बेहद कम हैं।
ऐसा इसलिए है क्योंकि यह पता नहीं लग पाया है कि नैचरल इन्फेक्शन के रेस्पॉन्स में बनी एंटी-बॉडीज़ कितने लंबे समय तक कायम रहती हैं और क्या इम्यूनायज़ेशन से ज़्यादा प्रोटेक्शन मिल सकता है। यदि नैचरल इन्फेक्शन के बाद बीमारी के लिए पहले से एंटी-बॉडीज़ तैयार हो गई हैं तो उम्मीद की जाती है कि कोविड-19 वैक्सीन लेने से किसी भी तरह की पहले से मौजूद एंटी-बॉडीज़ को मज़बूती मिलेगी।
Please see this web page for further information: https://www.gov.uk/government/publications/covid-19-vaccination-programme-guidance-for-healthcare-practitioners
क्या कोविड-19 वैक्सीन ऐसे लोगों को दी जा सकती है जिनमें मेडिसिन, फूड, अन्य वैक्सीन या इन्सेक्ट स्टिंग (कीड़े काटने) के प्रति एलर्जी की हिस्ट्री रही है?
हाँ, ऐसे लोग जिन्हें मेडिसिन (उदाहरण पेनिसिलीन), फूड, (उदा. नट्स) अन्य वैक्सीन (उदा. फ्लू वैक्सीन) या इन्सेक्ट स्टिंग (कीड़े काटने) के कारण एलर्जिक रिएक्शन हुई हो, वे फिर भी कोविड-19 वैक्सीन ले सकते हैं, यदि गंभीर एलर्जी हुई हो तब भी।
कोविड-19 वैक्सीन उन लोगों को नहीं दी जानी चाहिए जिन्हें कोविड-19 वैक्सीन के किसी भी कंपोनेंट को लेकर या कोविड-19 वैक्सीन के पहले डोज़ के बाद कन्फर्म्ड एनाफायलैक्टिक रिएक्शन हुई हो।
फ़ाइज़र/बायोएनटेक वैक्सीन में पॉलीइथिलीन ग्लायकॉल (पीईजी) होता है, जो मेडिसिन, घरों के सामानों और कॉस्मेटिक्स में पाए जाने वाले एलर्जेन के एक ज्ञात समूह (नोन ग्रुप) में से है। पीईजी के कारण एलर्जी का होना बहुत ही रेयर (दुर्लभ) है लेकिन जिन लोगों को इस तरह की एलर्जी है वे इसकी जगह ऑक्सफॉर्ड/ एस्ट्राज़ेनेका वैक्सीन ले सकते हैं जिसमें पीईजी नहीं होता।
किसी भी अन्य वैक्सीन की तरह – सभी वैक्सीन देने वालों को किसी भी प्रकार के रेयर एलर्जिक रिएक्शन से डील करने की ट्रेनिंग दी जाती है, और सभी सेंटर्स ऐसे लोगों की देखभाल करने के लिए अच्छी तरह से इक्विप्ड (सुसज्ज) होते हैं।
कोविड-19 वैक्सीन के ट्रायल और शुरुआती रोलआउट में एलर्जिक रिएक्शन से जुड़े डाटा के डिटेल में किए गए रिव्यू के बाद 30 दिसंबर 2020 को इस एडवाइस को अपडेट किया गया था।
Please see these web pages for further information:
https://www.anaphylaxis.org.uk/covid-19-advice/pfizer-covid-19-vaccine-and-allergies/
क्या इस वैक्सीन में कोई एनिमल प्रॉडक्ट शामिल है? क्या यह वेगन / वेजिटेरियन लोगों के लिए सुटेबल है?
एक वैक्सीन वेगन / वेजिटेरियन है या नहीं यह पता करने के लिए दो मुद्दों को कन्सीडर करना पड़ता है: क्या इसमें एनिमल प्रॉडक्ट है और इसके डेवलपमेंट के एक भाग के अनुसार क्या इसे एनिमल्स पर टेस्ट किया गया था।
फ़ाइज़र/बायोएनटेकऔर ऑक्सफॉर्ड/एस्ट्राज़ेनेका कोविड-19 वैक्सीन में कोई एनिमल प्रॉडक्ट या एग्स (अंडा) नहीं है। फ़ाइज़र/बायोएनटेक वैक्सीन के इन्ग्रेडियंट्स की ज़्यादा जानकारी इस वेब पेज पर उपलब्ध है:
https://www.sps.nhs.uk/articles/excipients-information-for-pfizer-biontech-covid-19-vaccine/
इसी तरह का पेज ऑक्सफॉर्ड/एस्ट्राज़ेनेका वैक्सीन के लिए जल्द ही पब्लिश किए जाने की उम्मीद है। मैन्यूफैक्चरर की जानकारी यह इंडीकेट करती है कि इसमें किसी भी तरह का एनिमल प्रॉडक्ट नहीं है।
सभी वैक्सीन (और, ज़रुर, सभी मॉडर्न मेडिसीन) को उनके डेवलपमेंट प्रोसेस के भाग के तौर पर एनिमल्स पर टेस्ट किया गया है- ज़रुर,इससे पहले कि इसे इंसानों पर टेस्ट किया जाए यह सामान्य तौर पर एक सख्त रेगुलेटरी रिक्वायरमेंट है। इस तरह फ़ाइज़र/बायोएनटेक ऑक्सफॉर्ड/ एस्ट्राज़ेनेका वैक्सीन सहित सभी कोविड-19 वैक्सीन को एनिमल्स पर टेस्ट किया गया है।
“क्या वैक्सीन वेगन होते हैं? ” इस टॉपिक पर बेहद गहराईसे किए गए डिस्कशन के लिए, कृपया नीचे दिए गए वेबपेज को देखें:
https://www.veganfriendly.org.uk/health-fitness/vaccines/
क्या वैक्सीन किसी मेडिसिन के साथ इंटरैक्ट करती है?
फिलहाल ऐसा कोई भी डाटा उपलब्ध नहीं है जो यह सजेस्ट करे कि कोविड-19 वैक्सीनऔर अन्य मेडिकेशन के बीच कोई इंटरैक्शन है।
सामान्य़ तौर पर कोविड-19 वैक्सीन और किसी भी अन्य वैक्सीन के बीच 7 दिनों का अंतर रखे जाने की सलाह दी जाती है (उदाहरण के लिए फ्लू इंजेक्श्न या हेपेटाइटिस इंजेक्शन)
वैक्सीन के साइड इफेक्टस क्या हैं?
सभी मेडिसिन की तरह ही, वैक्सीन के कारण भी साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं। इनमें से ज़्यादातर माइल्ड और थोड़े समय के लिए होते हैं, और यह हर किसी को नहीं होते।
यदि आपको पहले डोज़ के बाद सिम्पटम्स/ लक्षण दिखाई भी दें, तब भी आपको दूसरा डोज़ लेना ज़रुरी है। भले ही आपको पहले डोज़ से कुछ प्रोटेक्शन मिल जाए, लेकिन दूसरा डोज़ लेने के बाद सीरीयस इन्फेक्शन देने वाले वायरस के खिलाफ आपको बेस्ट प्रोटेक्शन मिलता है।
बहुत ही कॉमन साइड इफेक्ट्स में शामिल है :
एक दर्दभरी, भारीपन की फीलिंग और जिस जगह पर आप इंजेक्शन लेते हैं वहाँ बाँह में टेंडरनेस/ पीड़ा । वैक्सीन के बाद 1-2 दिनों तक यह बहुत खराब होता है।
थकान महसूस करना
सिर दर्द
सामान्य दर्द या माइल्ड फ्लू जैसे सिम्पटम्स
हालाँकि दो से तीन दिनों तक फीवरीश फील करना अनकॉमन नहीं है, लेकिन हाइ टेंपरेचर असामान्य (अनयूज़अल) है और इंडिकेट करता है कि आपको कोविड-19 या अन्य इन्फेक्शन है। ग्लैन्ड/ गांठ में स्वेलिंग एक अनकॉमन साइड इफेक्ट है। आपको बेहतर फील करने में मदद के लिए आप आराम कर सकते हैं औरपैरासिटेमॉल का नॉर्मल डोज़ (पैकैजिंग में दी गई एडवाइज़ को फॉलो करें) ले सकते हैं।
सामान्य तौर पर यह सिम्पटम्स एक सप्ताह से कम समय तक रहते हैं। यदि आपके सिम्पटम्स और बिगड़ जाएँ या फिर आपको चिंता हो रही है तो एनएचएस को 111 पर कॉल करें। यदि आप किसी डॉक्टर या नर्स से कोई सलाह ले रहे हैं तो उन्हें आपके वैक्सीनेशन के बारे में ज़रुर बताएँ।
Please see this web page for further information:
क्या कोविड-19 वैक्सीन मेरे डीएनए को बदल देगा?
नहीं। कोविड-19 वैक्सीन किसी भी प्रकार से आपके डीएनए को नहीं बदलता और ना ही इसके साथ इंटरैक्ट करता है।
मैसेंजर आरएनए(एमआरएनए) RNA(mRNA) वैक्सीन्स जैसे फ़ाइज़र/बायोएनटेक वैक्सीन हमारे सेल्स (कोशिकाओं) को सिखाते हैं कि इम्यून रिस्पॉन्स ट्रिगर करने के लिए किस प्रकार एक प्रोटीन बनाया जाता है। कोविड-19 वैक्सीन से एमआरएनए (mRNA) कभी भी सेल के न्यूक्लीयस में एंटर नहीं करते, जहाँ हमारा डीएनए रखा होता है। इसका मतलब यह हुआ की एमआरएनए (mRNA) किसी भी प्रकार से हमारे डीएनए को प्रभावित या उसके साथ इंटरैक्ट नहीं करेगा। इसके बजाय, बीमारी के प्रति सेफ तरीके से इम्यूनिटी डेवलप करने के लिए कोविड-19 एमआरएनए (mRNA) वैक्सीन शरीर के नैचरल डिफेंस के साथ काम करती है।
Please see this web page for further information:
https://www.cdc.gov/coronavirus/2019-ncov/vaccines/different-vaccines/mrna.html
क्या मुझे वैक्सीन से कोविड-19 हो सकता है?
आपको वैक्सीन से कोविड-19 नहीं हो सकता लेकिन यह संभव है कि आपको कोविड-19 जकड़ ले और आपकी वैक्सीनेशन अपॉइंटमेंट तक आपको यह महसूस ही ना हो की आपमें लक्षण हैं।
कोविड-19 के सबसे महत्वपूर्ण सिम्पटम्स (लक्षण) है इनमें से किसी का भी होना :
एक नई लगातार खाँसी
एक हाइ टेंपरेचर
आपके सामान्य टेस्ट (स्वाद) या स्मेल (गंध) का खो जाना (एनोस्मिया)
भले ही वैक्सीनेशन के एक या दो दिनों के भीतर एक माइल्ड फीवर हो सकता है, यदि आपको कोई भी अन्य कोविड सिम्पटम्स/ लक्षण हों या आपका बुख़ार ज़्यादा दिनों तक रहता है, तो घर पर ही रहें और एक टेस्ट कराने की अरेंजमेंट (व्यवस्था) करें।
Please see this web page for further information:
मुझे वैक्सीन लेने के बाद क्या करना चाहिए? क्या मुझे अभी भी प्रतिबंधों का पालन करना और घर में रहना ज़रुरी है?
पूरी तरह सुरक्षित होने के लिए आपको वैक्सीन के 2 डोज़ लेने होंगे। जब आप पहले डोज़ के लिए जाएंगे तो आपको अगली अपॉइंटमेंट की तारीख के साथ एक रिकॉर्ड कार्ड दिया जाएगा। यह आपके पहले डोज़ के बाद 3 सप्ताह से 12 सप्ताह के बीच हो सकता है। यदि आपने सेल्फ आइसोलेट किया हुआ हो या आपमें कोरोना वायरस के सिम्पटम्स/ लक्षण हों तो आपको इस अपॉइंटमेंट को अटेंड नहीं करना चाहिए।
जबकि आप आपकी रोज़ाना एक्टिविटीज़ को जारी रख सकते हैं जैसे ही आपको ऐसा कर पाने के लिए अच्छा महसूस होने लगे, लेकिन इसका यह मतलब नहीं कि सब कुछ सामान्य हो गया है। आपके इम्यून सिस्टम के लिए वैक्सीन के प्रति रेस्पॉन्ड करने में कुछ सप्ताह लगते हैं इसलिए आप एकदम से प्रोटेक्टेड नहीं हो जाओगे।
हमें अब भी यह पता नहीं है कि वैक्सीन लेने से वायरस का आपके द्वारा कैच करना और इसे दूसरे को पास करना बंद हो जाएगा, लेकिन हम उम्मीद करते हैं कि इससे यह रिस्क कम हो जाएगी। इसलिए आपके आसपास के लोगों को प्रोटेक्ट करने के लिए आपके लोकल एरिया में गाइडेंस फॉलो करना अब भी बहुत अहम है और :
· सोशल डिस्टेन्सिंग अपनाएँ
· चेहरे को कवर करने वाला मास्क पहनें
· अपने हाथ रेगुलरली धोएँ
· आपके एरिया में गाइडेंस फॉलो करें।
जबकि वैक्सीन से आपको कोरोना वायरस नहीं होगा, लेकिन ऐसा नहीं कहा जा सकता कि आपको वैक्सीन लेने से पहले या वैक्सीन का असर शुरु होने के पहले कोरोना नहीं होगा। यदि आपके वैक्सीनेशन के बाद के पीरियड/ समय में आपको कोई कोरोना वायरस का सिम्पटम दिखाई देतो आपको अभी भी सेल्फ आइसोलेट होकर एक टेस्ट करा लेनी चाहिए।
Please see these web pages for further information:
https://www.gov.uk/government/publications/covid-19-vaccination-what-to-expect-after-vaccination
https://www.ageuk.org.uk/information-advice/coronavirus/coronavirus-guidance/coronavirus-vaccine/
वैक्सीन के पहले और दूसरे डोज़ के बीच के इंटरवेल को इतना एक्सटेंड क्यों किया गया है?
यूके चीफ मेडिकल ऑफिसर्स ने पहले और दूसरे डोज़ के बीच लंबा समय रखने को मंज़ूरी दी है जिससे ज़्यादा लोगों को उनका पहला डोज़ जल्दी से मिल सके, और क्योंकि एविडेंस यह दिखाते हैं कि एक डोज़ अब भी हाइ लेवल प्रोटेक्शन देता है।
नई मेडिकल एडवाइस यह है कि वैक्सीन का दूसरा डोज़ पहले डोज़ के 12 सप्ताह बाद तक दिए जाने से असरदार बना रहता है, और इस 12 सप्ताह के पीरियड/ समय के अंत में इसे दिया जाना चाहिए। जबकि आपको वायरस से बेस्ट लॉन्ग टर्म प्रोटेक्शन पाने के लिए वैक्सीन के दो डोज़ लेना ज़रुरी है, लेकिन फिर भी आपको पहला डोज़ दिए जाने के 22 दिनों बाद भी एक महत्वपूर्ण लेवल का प्रोटेक्शन मिल जाता है।
इस फैसले से ज़्यादातर लोगों को सबसे कम समय में मैक्सिमम बेनिफिट मिल सकेगा और इससे ज़िदगियाँ बचाने में सहायता मिलेगी।
इसे ब्रिटिश सोसायटी फॉर इम्यूनोलॉजी की ओर से सपोर्ट किया गया है और नीचे दिए गए वेबपेज में ज़्यादा जानकारी पाई जा सकती है:
क्या यह वैक्सीन यूके में सर्कुलेट हो रहे नए कोविड-19 वैरिएंट के खिलाफ काम कर पाएगी?
सभी वायरस लगातार बदलते रहते हैं- यह वायरस के इवॉल्यूशन का एक स्टैन्डर्ड पार्ट है।
वायरस का नया स्ट्रैन (जिसे VOC-202012/01कहते हैं) जिसका प्रीवलेन्स (प्रचलन) यूके में बढ़ रहा है, इसमें ऐसा म्यूटेशन होता है जो स्पाइक प्रोटीन का एक छोटा हिस्सा बदल सकता है। स्पाइक प्रोटीन वो चाबी होती है जिसका इस्तेमाल वायरस हमारे शरीर के सेल्स (कोशिकाओं) का दरवाजा खोलने के लिए करता है, खास तौर पर हमारे लंग्ज़ (फेफड़ों) में मौजूद सेल्स।
हालाँकि, वैक्सीन इम्यून सिस्टम को वायरस के कई अलग अलग हिस्सों पर हमला करने के लिए ट्रेन करते हैं, इसलिए भले ही स्पाइक प्रोटीन का हिस्सा म्यूटेट (बदल गया) हो गया हो, वैक्सीन अब भी अपना काम करेगी।
वैज्ञानिक यह कन्फर्म करने के प्रोसेस में हैं कि वैक्सीन लोगों को इस नए वैरिएंट से ज़रुर प्रोटेक्ट करे- हमें कुछ सप्ताह में नतीजे पता चल जाएंगे।
Please see this web page for further information:
https://www.bbc.co.uk/news/health-55388846
क्या कोविड-19 के खिलाफ कोई फूड, हर्ब (जड़ी-बूटी) या आयुर्वेदिक रेमिडी (औषधि) प्रोटेक्शन दे सकती है?
ऐसा कोई एविडेंस (सबूत) नहीं है कि कोई फूड, हर्ब (जड़ी-बूटी) या आयुर्वेदिक रेमिडी (औषधि) जो ‘इम्यूनिटी बढ़ाने’ का दावा करती है, वे कोविड-19 को रोकने या इलाज करने में इफेक्टिव (असरदार) हैं।
हालाँकि, कोविड-19 पैन्डेमिक (महामारी) के दौरान एक हेल्दी डाएट (सेहतमंद भोजन) लेना और एक एक्टिव लाइफस्टाइल मैन्टेन करना महत्वपूर्ण है।
Please see these web pages for further information: